बाढ़ हो या भावनाओं का प्रबल तूफान आए मुझको तो ढहना मना है। भँवर में बहना मना है। बाढ़ हो या भावनाओं का प्रबल तूफान आए मुझको तो ढहना मना है। भँवर में बहना ...
इस ज़िन्दगी का मज़ा भी भरपूर लेना है क्योंकि जीने से पहले मरना मना है। इस ज़िन्दगी का मज़ा भी भरपूर लेना है क्योंकि जीने से पहले मरना मना है।
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,
फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं। फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं।
दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह। एक छू दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह...
हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है, हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है,